How to Learn Hindi Typing in Computer?
How to Learn Hindi Typing on Computer?
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज आधुनिक युग में सभी कार्य कम्प्यूटर और मोबाइल के माध्यम से किए जा रहे हैं।
यदि आपको आपके दैनिक कार्य अथवा ऑफिस के कार्य के लिए कम्प्यूटर पर टाईपिंग करने की जरूरत पड़ती है,
और आप यूं एक-एक करके कम्प्यूटर पर बटन दबाते हैं, तो कहीं न कहीं आपको भी यह महसूस होता होगा कि
काश… मैं भी फटाफट कम्प्यूटर पर टाईप कर पाता, तो मेरा काम फटाफट निपट जाता…
How to Learn Hindi Typing on Computer?
यदि आप एक विद्यार्थी हैं और टाईपिंग टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए टाईपिंग सीखना एक छोटे मोटे युद्ध जितना होगा।
हिन्दी टाईपिंग कम्प्यूटर पर सीखने के लिये
सबसे पहले आपको चाहिये एक कम्प्यूटर। सुनने में बड़ा अजीब लगा ना? अरे भाई, एक कम्प्यूटर चाहिए, चाहे वो पुराना हो या नया, कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बात आप ध्यान रखें।
यदि आप नया कम्प्यूटर नहीं खरीद सकते तो आप कोई भी कम्प्यूटर खरीद सकते हैं। आज 2021 वर्ष में बात करें तो आपको ऐसा कोई भी कम्प्यूटर सिस्टम जिसमें 4 जीबी तक रैम हो, काम कर जायेगा।
क्योंकि 4 जीबी रैम के कम्प्यूटर में सभी मूलभूत सॉफ्टवेयर जैसे - माइक्रोसोफ्ट ऑफिस, माइक्रोसोफ्ट एक्सल आदि सभी आसानी से चल जाएंगे।
महत्वपूर्ण बातें
यदि आप टाईपिंग में वास्तव में स्पीड पाना चाहते हैं तो आप हमेशा अच्छा की-बोर्ड ही इस्तेमाल करें। बाजार में मुख्यत: दो प्रकार के कीबोर्ड मिलते हैं:
- मैम्ब्रेन की-बोर्ड: इसमें कीबोर्ड की कीज़ के नीचे रबर की मैम्ब्रेन लगी होती है। यह की-बोर्ड साधारणत: लोगों के पास होता है। इससे आप टाईपिंग सीख सकते हैं और टाईपिंग टेस्ट पास भी कर सकते हैं।
- मैकेनिकल की-बोर्ड: इसमें कीज़ के नीचे छोटी-छोटी स्प्रिंग का उपयोग किया जाता है। यह की-बोर्ड अक्सर वे लोग उपयोग करते हैं जो कम्प्यूटर गेम्स खेलना पसंद करते हैं।
मेरे 8 वर्ष के टाईपिंग अनुभव में मैंने यही पाया है कि मैकेनिकल की-बोर्ड का उपयोग करने से आपकी टाईपिंग स्पीड में सुधार होता है। तो, अब तक मैंने आपको बताया है कि एक कम्प्यूटर चाहिए जिसमें कोई एक अच्छा की-बोर्ड लगा हुआ हो।
अब इसके बाद आपको कम्प्यूटर में हिन्दी में टाईपिंग करने के लिए हिन्दी भाषा के फ़ॉन्ट का चुनाव करना होगा। यहां पर आपको ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि हिन्दी भाषा के अक्षर सीधे ही की-बोर्ड पर उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिये कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स ने अलग-अलग तरह के हिन्दी टाईपिंग फ़ॉन्ट बना रखे हैं।
कम्प्यूटर फॉंट्स के बारे में जानकारी
Computer Fonts कम्प्यूटर फॉंट्स एक ऐसी डाटा फाइल होती है जिसमें किसी लिपि, चिन्ह या अक्षरों की डिजाइन को स्टोर किया जाता है। कुछ प्रसिद्ध हिन्दी फॉंट एवं पद्धतियां निम्नलिखित हैं:
- देवलिस् या कुर्तिदेव (Kurti Dev or Devlys)
- मंगल (Mangal)
उदाहरण के तौर पर, यदि हम “क” अक्षर की बात करें तो देवलिस् या कुर्तिदेव को तैयार करने वालों ने हिन्दी के “क” अक्षर को अंग्रेजी के की-बोर्ड पर टाईप करने के लिए जिस अक्षर को निर्धारित किया है, वह है अंग्रेजी वर्णमाला का अक्षर ‘डी’। इसी प्रकार से अन्य सभी हिन्दी वर्णमाला के अक्षरों के लिए अलग-अलग अंग्रेजी अक्षर निर्धारित हैं। यही निर्धारण की सम्पूर्ण सूचना, जिसमें अंग्रेजी अक्षरों के साथ हिन्दी भाषा या अन्य भाषाओं के अक्षरों की समतुल्यता सूचना सम्मिलित है, फॉंट की फाइल में स्टोर या संग्रहित रहती है।
ध्यान रखने वाली बात यह है कि यदि आप एक समान फॉंट की स्टाइल या पद्धति का उपयोग करते हैं, पर आपके वर्जन अलग-अलग हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उदाहरण के लिए, कुर्तिदेव 010, कुर्तिदेव 020, कुर्तिदेव 201 आदि सभी में टाईपिंग एक समान तरीके से ही होगी। यानी “क” अक्षर को टाईप करने के लिए आपको अंग्रेजी भाषा का “डी” ही उपयोग करना होगा।
लेकिन यदि आप अन्य कोई फॉंट उपयोग करते हैं, तो हो सकता है कि हिन्दी भाषा का अक्षर “क” टाईप करने के लिए आपको अंग्रेजी भाषा का कोई अन्य अक्षर उपयोग करना पड़े। वास्तव में, हिन्दी टाईपिंग सीखने के लिए, आप पहले अपना फॉंट का चुनाव करें फिर टाईपिंग सीखना शुरू करें। टाईपिंग सीखने का मुख्य तात्पर्य यही है कि आप यह भलीभांति सीख जाएं कि हिन्दी भाषा का कोई अक्षर अंग्रेजी भाषा के किस अक्षर से टाईप होगा। धीरे-धीरे जब यह समझ मस्तिष्क की गहराईयों में उतर जाएगी, तब आपको की-बोर्ड की तरफ देखना ही नहीं पड़ेगा और केवल की-बोर्ड की कुजियों को अपने अनुभव से टाईप कर पाएंगे।
टाईपिंग की वह समझ जिसमें आप बिना की-बोर्ड को देखे ही टाईप कर सकें, उसे विकसित करने के लिए आपको मेहनत करनी होगी। तो तैयार हो जाइए! आगे की प्रक्रिया जानने के लिए...
हां, तो अब तक आपने अपने कम्प्यूटर में हमारा मनपसंद फॉंट इंस्टॉल कर लिया होगा। यदि आपके मन में यह प्रश्न है कि मैं कौनसा फॉंट उपयोग करू? तो इसका उत्तर निर्भर करता है कि...
आप हिन्दी टाईपिंग सीखना क्यों चाहते हैं?
यदि आप अपने दैनिक हिन्दी टाईपिंग कार्यों अथवा ऑफिस के कार्यों के लिए हिन्दी टाईपिंग सीखना चाहते हैं, तो आप कुर्तिदेव/देवलिस् 010 का उपयोग कर सकते हैं। वर्तमान में यही फॉंट स्टाइल सबसे ज्यादा प्रचलन में है और लगभग 99 प्रतिशत तक टाईपिंग परीक्षा में उपयोग की जाती है। यदि आप हिन्दी टाईपिंग की परीक्षा देने वाले हैं, तो आपकी परीक्षा के अनुसार ही फॉंट का चयन करें।
आपका लक्ष्य
अब बात आती है कि कितने समय में आप हिन्दी टाईपिंग में पारंगत होना चाहते हैं:
- जल्दी से जल्दी क्योंकि टाईपिंग का एग्जाम देना है।
- कोई जल्दी नहीं, आराम से सीखेंगे।
जल्दी से सीखने के लिए टिप्स
यदि आपको शीघ्र ही हिन्दी टाईपिंग सीखने है, तो सबसे पहले यह चुनाव करें कि आपके पास समय कितना है। जितना भी समय या दिन हो, उसके हिसाब से टाइम टेबल बनाएं और अपनी टाईपिंग स्पीड का लक्ष्य निर्धारित करें। जैसे कि 30 शब्द प्रति मिनट, 25 दिन में टाईपिंग सीखनी है।
भाइयों, यदि मेरी बात बताऊं तो मैंने राजस्थान सरकार के आईटी विभाग में सूचना सहायक के पद पर सन् 2013 में टाईपिंग सीखने के लिए 23 दिन का समय लिया था, जिसके पश्चात मेरी टाईपिंग परीक्षा में 31 शब्द प्रति मिनट की स्पीड आई थी।
टिप्स
- आधे-आधे घंटे के अंतराल में कम से कम 6 बार प्रतिदिन टाईपिंग करें।
- शुरुआत में आपकी टाईपिंग की स्पीड कम रहेगी, इससे हताश नहीं हों। धीरे-धीरे टाईपिंग की स्पीड बढ़ जाएगी जब आपके दिमाग में अक्षरों की मैपिंग फिक्स हो जाएगी।
- एक बार जब आप टाईपिंग के अक्षर सीख जाएं, तब अपनी इच्छा के विषय का चुनाव करें और उन लेखों की टाईपिंग करें।
- टाईपिंग के कुछ महत्वपूर्ण मानक होते हैं, जैसे:
- Gross Typing Speed: आपकी कुल टाईपिंग की गति जिसमें गलतियाँ शामिल नहीं हैं।
- Net Typing Speed: शुद्ध टाईपिंग की गति जिसमें आपके द्वारा की गई गलतियाँ हटाने के बाद की स्पीड।
- Accuracy in Typing: यह बताता है कि आपने कितना प्रतिशत सही टाईप किया है।
तो, इसका उत्तर बहुत ही आसान है: जब आप टाईपिंग सीखने की शुरुआत करें, तो कभी भी नेट स्पीड पर ध्यान न दें। जब आप टाईपिंग की शुरुआत करते हैं, तो आपकी नेट स्पीड गलतियों के कारण कम रह सकती है, जो आपको नकारात्मकता दे सकती है। इसलिए प्रारंभ में केवल ग्रॉस अथवा कुल स्पीड पर ध्यान दें।
अपनी अंगुलियों को पूरी क्षमता से काम करने दें, अक्षरों को ढूंढने का अवसर दें, चाहे गलत ही सही, क्योंकि अभी आप सीख रहे हैं और आपको जल्दी सीखना है।
प्रारंभ में अपना लक्ष्य निर्धारित करें कि आप कितने स्पीड पर टाईपिंग सीखना चाहते हैं। जब आप अपने लक्ष्य की ग्रॉस स्पीड प्राप्त कर लें, तब नेट स्पीड पर ध्यान केंद्रित करें। मान लीजिए आपको टाईपिंग परीक्षा में 35 शब्द प्रति मिनट की गति से टाईप करना है, तो प्रारंभिक लक्ष्य 35 नहीं, लगभग 20 शब्द प्रति मिनट तक ही रखें। जब आप 20 शब्द प्रति मिनट की स्पीड पर टाईप कर पा रहे हैं, तब अपनी नेट टाईपिंग स्पीड को 20 शब्द प्रति मिनट तक लाने का प्रयास करें।
तत्पश्चात अगला लक्ष्य 25, 30, 35 शब्द प्रति मिनट प्राप्त करें। आप जरूर सफल होंगे!
जल्दी सीखने के तरीके
यह तरीका उन लोगों के लिए है जो जल्दी सीखना चाहते हैं। यदि आपके पास पर्याप्त समय है, तो बस आपको इतना करना है कि आप नेट स्पीड को भी ध्यान में रखते हुए टाईपिंग करें। मेरा निवेदन है कि ऐसा नहीं है कि आप दूसरे तरीके से टाईपिंग जल्दी नहीं सीख सकते, किन्तु मूल उद्देश्य यह है कि यदि मान लीजिए आपके पास 20 दिन हैं और टाईपिंग परीक्षा में 35 शब्द प्रति मिनट चाहिए, और आज 19वां दिन है, तो कल की परीक्षा में आपका मन धैर्य नहीं खोयेगा कि "मैं तो 35 की स्पीड से टाईपिंग कर ही नहीं पाता, कल कैसे कर पाऊंगा।"
दूसरी ओर, यदि आपकी ग्रॉस स्पीड 32 से 35 के बीच भी आ पा रही है, फिर भी आपके मन में एक सकारात्मकता रहेगी कि "कोई नहीं, अगर कुछ शब्द आसान आएं तो 35 क्या, मैं 36 की स्पीड भी निकाल दूंगा।"
तो मुख्य बात यही है कि पहले अपनी अंगुलियों को 35 की स्पीड पर दौड़ने लायक बनाएं। बटन धीरे-धीरे सही दब जाएंगे। अब हम सीखते हैं कि आखिर टाईपिंग सीखनी कैसे है:
टाईपिंग सीखने का तरीका
- अपने कम्प्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट वर्ड इंस्टॉल करें।
- इसके बाद अपना हिन्दी फॉंट इंस्टॉल करें।
- अपने फॉंट से संबंधित कीबोर्ड के ले-आउट का प्रिंट लेकर अपने पास टेबल पर चिपका दें, ताकि मॉनिटर और प्रिंटआउट के बीच दूरी न्यूनतम हो।
- इसके बाद अपने मनचाहे विषय की हिन्दी भाषा की किताब या आज का अखबार लें।
- मोबाइल में टाइम सेट करके स्टॉपवॉच शुरू करें और टाईप करना शुरू करें।
- जब टाइम पूरा हो जाए, तो माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में नीचे फूटर सेक्शन में स्टेटस बार होती है, वह बता देती है कि आपने कितने शब्द टाईप किए हैं।
स्पीड कैसे निकालें?
स्पीड निकालने के लिए एक आसान तरीका है कि कुल टाईप किए गए शब्दों को, समय (मिनट में) से भाग देकर कुल स्पीड प्राप्त करें:
Gross Typing Speed = (Total Words Typed / Time Taken in Min)
लेकिन मैं आपसे यह निवेदन पुनः करना चाहूंगा कि यह तरीका आंशिक रूप से गलत है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपने एक लेख को टाईप किया जिसमें सभी शब्द छोटे थे और जिन्हें टाईप करने में समय कम लगा, तो आपकी स्पीड अधिक लगेगी, जो कि वास्तव में ठीक नहीं होगी। इसलिए, यदि आप गिन सकते हैं तो कुल कीप्रेस या अक्षर और मात्राएं गिनें और 5 का भाग देकर कुल शब्द प्राप्त करें, इसके बाद समय (मिनट में) से भाग देकर ग्रॉस स्पीड प्राप्त कर सकते हैं:
Gross Typing Speed = (Total Letters Typed / 5) / Time Taken in Min
यदि आपको कोई टाईपिंग परीक्षा नहीं देनी, तो यह बात वास्तव में कोई अधिक मायने नहीं रखती कि आप किस गति से टाईप कर रहे हैं। बस हिन्दी की टाईपिंग सीखिए, धीरे-धीरे जब आप टाईपिंग करते जाएंगे तो स्वतः ही आपकी स्पीड आपके काम करने लायक बन जाएगी।
तरीका नंबर 02
यदि आप हिन्दी टाईपिंग सीखने के लिए बहुत गंभीर हैं, तो आप टाईपिंग सिखाने वाला इंस्टिट्यूट भी जॉइन कर सकते हैं, लेकिन इसके अपने कुछ नुकसान भी हैं। पहला तो इंस्टिट्यूट जाने-आने का समय बर्बाद, उपर से किआरा या मोटरसाइकिल का तेल का खर्चा। और वहां पहुंच भी गए तो इंस्टिट्यूट वाले कौन सा आपका अंगुली पकड़कर टाईपिंग करवाएंगे। वो आपको या तो टाईपिंग के शब्द दे देंगे प्रतिदिन अलग-अलग, या फिर आपको एक सॉफ्टवेयर खोलकर दे देंगे कि इसमें टाईपिंग कर लो।
कुल मिलाकर मेरा निवेदन यह है कि यदि आपको कम्प्यूटर चलाना आता है, तो सॉफ्टवेयर कम्प्यूटर में डालें और सीखें। टाईपिंग ट्यूटर के नाम पर लोग एक के बाद एक सॉफ्टवेयर निकाल रहे हैं और गुमराह कर रहे हैं। कहते हैं, "इससे टाईप सीखो और एग्जाम में ऐसा ही टाईप टेस्ट आएगा।"
लेकिन यदि आपको वास्तव में टाईपिंग आती है, तो यह चीज मायने नहीं रखती कि आपको टाईपिंग किस फॉर्मेट में करनी है। बस अंगुलियां दबती चली जाएंगी और टेस्ट पूरा हो जाएगा। तो ऐसे भ्रम में न फसें। टाईपिंग टेस्ट या परीक्षा के फॉर्मेट के चक्कर में समय या पैसा बर्बाद न करें और टाईपिंग पर ध्यान दें।
हिन्दी टाईपिंग सीखने के लिए सॉफ्टवेयर
-
अनुप हिन्दी टाईपिंग ट्यूटर - Anop Hindi Typing Tutor
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सीखने की प्रक्रिया
सॉफ्टवेयर में दो मुख्य भाग मौजूद हैं:
- टाईपिंग पाठ्यक्रम
- टाईपिंग टेस्ट
सबसे पहले आप टाईपिंग पाठ्यक्रम से शुरू करें। इसमें सॉफ्टवेयर आपको हिन्दी भाषा के हर एक अक्षर की टाईपिंग सिखाएगा। आप वह सीखिए, तत्पश्चात् टाईपिंग के कुछ आसान टेस्ट दें और अपनी स्पीड का आंकलन करें।
इसके बाद आप अपनी इच्छा के विषय के हिन्दी भाषा के लेख या सामान्य ज्ञान के अध्यायों की टाईपिंग करें। इससे आप टाईपिंग के साथ-साथ उन विषयों का भी रिवीजन कर पाएंगे।
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