Hindi Typing Test - डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
Hindi Typing Test
डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का योगदान
हमारे भारत देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का नाम सभी जानते हैं। वे हमारे देश के उच्चतम दर्जे एच ग्रेड के वैज्ञानिक हैं तथा हमारे देश की रक्षा पद्धति की नींव हैं। इनके सानिध्य में भारत में विभिन्न मिसाइलों जैसे अग्नि, पृथ्वी, आकाश, ब्रह्मोस आदि अनेकों मिसाइलों का निर्माण व सफल परीक्षण हुआ है, इसलिये इन्हें हम 'द मिसाइल मैन' भी कहते हैं।
माननीय कलाम ने एक गरीब परिवार में जन्म लेने के बाद भी अपनी लगन और मेहनत के दम पर आज यह मुकाम पाया है, तथा उनके इस योगदान को भारत वर्ष के इतिहास में सदैव स्वर्णित अक्षरों से लिखा जायेगा। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था जो कि आज हर युवा की जुबान पर है कि "इंतजार करने वालों को केवल उतना मिलता है जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं।" इस पंक्ति को उन्होंने अपनी किताब में भी संकलित किया है।
उनके द्वारा कई किताबों एवं रिसर्च पेपरों का लेखन किया गया है, जो सभी उनकी सफलता की कहानी कहते हैं। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिनाईयों के बावजूद, यदि मन में दृढ़ संकल्प और मेहनत हो तो किसी भी मंजिल को पाया जा सकता है। उन्होंने हर कदम पर यह सिद्ध कर दिया कि असंभव कुछ भी नहीं है।
डॉ. कलाम का दृष्टिकोण जीवन के प्रति बहुत सकारात्मक था। उन्होंने हमेशा युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें यह समझाया कि हर व्यक्ति में महानता को हासिल करने की क्षमता होती है। उनके जीवन के संघर्ष, उनके विचार और उनकी दृष्टि ने ना केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को प्रेरित किया।
उनका योगदान न केवल विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में था, बल्कि उन्होंने भारतीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित किया। उनका जीवन एक उदाहरण है कि सफलता केवल भाग्य से नहीं मिलती, बल्कि इसके लिए निरंतर प्रयास, ईमानदारी और समर्पण की आवश्यकता होती है। डॉ. कलाम का जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।
डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का योगदान केवल विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने भारतीय राजनीति, समाज और शिक्षा प्रणाली को भी अपनी दृष्टि और विचारों से प्रभावित किया। उनका सपना था कि भारत एक सशक्त, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बने। इसके लिए उन्होंने युवाओं को अपनी शक्ति पहचानने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने की प्रेरणा दी।
उन्होंने हमेशा यह कहा कि यदि भारत को विश्व शक्ति बनना है, तो इसके युवाओं को अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। उन्हें अपनी मानसिकता को व्यापक बनाकर दुनिया भर के सबसे अच्छे विचारों को आत्मसात करना होगा। उनका मानना था कि "जब तक आप सपने नहीं देखते, तब तक आप कुछ नहीं कर सकते।" यही वजह थी कि डॉ. कलाम ने युवाओं को प्रेरित करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जाने का निर्णय लिया, जहां उन्होंने अपनी प्रेरणादायक बातें साझा की और छात्र-छात्राओं के जीवन को दिशा देने का कार्य किया।
उनका जीवन एक ऐसा उदाहरण है, जो हमें यह सिखाता है कि असफलता का सामना करना एक भाग है सफलता की ओर बढ़ने का। डॉ. कलाम ने कभी हार नहीं मानी और हर बार एक नए जोश के साथ अपने कार्य में जुट गए। उनके दृष्टिकोण और कार्यों से यह स्पष्ट है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समर्पण और कड़ी मेहनत आवश्यक है।
डॉ. कलाम की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि उन्होंने हमेशा अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण तरीके से जीने की कोशिश की। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि सफलता केवल बाहरी पुरस्कारों से नहीं आती, बल्कि यह आपके कार्यों, आपके समर्पण, और आपके समाज के प्रति योगदान से आती है। उनके आदर्शों और विचारों ने भारत के लाखों युवाओं को प्रेरित किया है और करते रहेंगे।
उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके आदर्शों को अपनाकर और उनके कार्यों को आगे बढ़ाकर हम अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकते हैं। डॉ. कलाम ने जिस तरह से देश के लिए काम किया, वह एक प्रेरणा है, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी प्रेरणा से हम अपने कार्यों को ऊँचाइयों तक पहुंचाएं।
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